गढ़वा : नगर ऊंटारी प्रखंड के ग्राम ठरकीया में मंगलवार को JMM के पंचायत अध्यक्ष गुलाम मोहमद के पैतृक आवास पर रमजान-उल-मुबारक के 24 वां रोजा के मौके पर इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया। जिसमें सैकड़ों रोजेदारों उपस्थित हुए और रोजा इफ्तार किया। जमा मस्जिद, बरडीहा हाफिज मनऊअर अली मौलाना आबिद हुसैन, हाफिज शेफुलाह शाहब, ने सभी रोजेदारों के साथ अल्लाह तबारक व ताला के बारगाह में हाथ उठाकर मुल्क की अमनचैन के लिए दुआएं मांगी।इफ्तार पार्टी में मुस्लिम समाज के बड़े बुजूर्ग, नौजवान व बच्चों ने बड़ी संख्या में शिरकत की। मगरिब की अजान सुनकर सभी रोजेदारों ने एक साथ रोजा इफ्तार किया। मार्च माह की तपती गर्मी में भी मुस्लिम समाज के लोग अपने रब की इबादत के लिए 15 घंटे भूखे प्यासे रहकर रोजा रखा। वहींहाफ़िज अबुल हकीम, हाफ़िज़ मनऊअर अली, ने बताया कि रमजान-उल-मुबारक का यह पाक व पवित्र महीना रहमतों व बरकतों से भरपूर है। जो शख्स रोजेदार को इफ्तार कराता है। अल्लाह तबारक व ताला उस शख्स को रोजेदार के बराबर सवाब अता फरमाता है। इस प्रकार का इफ्तार पार्टी का आयोजन से आपसी भाईचारा भी बढ़ता है। उन्होंने यह भी बताया कि रमजान-उल-मुबारक को तीन अशरा (हिस्से) में बांटा गया है। पवित्र माह रमजान का पहला अशरा बरकतों का, दूसरा अशरा ग्यारहवीं रमजान से 25 वा वहीं रमजान के आखिरी अशरा एक
रात लैलतूल कदर का आता है। जिस रात में रात भर जागकर इबादत करने से एक हजार महीने का सवाब मिलेगा। अपनी जिंदगी का आधार मानकर चलना चाहिए। माना जाता है कि इस पूरे महीने की इबादत आपको अल्लाह के करीब लेकर जाती है। पूरे साल किए गए गुनाहों को खुदा से माफ कराने का महीना है माहे रमजान। JMM के पंचायत अध्यक्ष गुलाम मोहमद ने बतायाकी रमजान इस्लामी कलेंडर का नवां महीना है जिसमें पूरे माह अल्लाह की इबादत की जाती है। ये वो महीना है जिसमें इंसान झूट, फरेब और धोखे से दूर रहता है। पांच वक्त की पाबंदी से नमाज पढ़ता है, 30 रोजे. रखता है और इस्लाम धर्म के एक और पिलर यानि जकात देता है। माना जाता है कि खुद को पाक करने का महीना है रमजान। मौके पर. नेसार अली. डॉ असगर. डॉ रिजवान. रेयासत हुसैन. बशीर अंसारी. जहरू दिन. मोस्तकीम अंसारी. इम्तेयाज अंसारी.नजिर मोहमद. काफ़ी सख्या मे रोजेदार मौजूद थे।